Memory को Storage device भी कहा जाता क्योंकी ये कई सारे Data और information को Store करता है। Memory में data को process करके यूजर को instructions बताता है। Memory Computer का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा क्योंकी Memory के बिना Computer का कोई कार्य नहीं किया जा सकता। Computer के Memory में data बहुत सारे छोटे numbers divide किया जाता है जिसको हम Cell कहते है।
Memory कितने प्रकार के होते है (Types of Memory)
बहुत सारे लोगो को Memory के प्रकार समझ नहीं आते या बार बार भूल जाते है तो इस Topic को पुरे विस्तार और सरल भाषा में बताउगा।
Memory तीन प्रकार के होते है :-
• Cache Memory
• Primary Memory / Main Memory
• Secondary Memory
Cache Memory
Cache Memory CPU के सबसे करीब होता है। यह Computer का सबसे तेज Memory है। इसका size बहुत छोटा होता है। ये Cache Memory ऐसे files को अपने पास रखता है जिसे हम हमेशा इस्तिमाल करते है। उदाहरण - आपने ने देखा यदि कोई चीज़ आप Google या Youtube एक ही word बार - बार search करते है तो वही हमेशा top पर दिखाता है।
Advantages of Cache Memory -
• Cache Memory Computer का सबसे तेज Memory है।
• यह data को temporary store करता है।
• Cache Memory उन data को अपने पास रखता है जिसे आप बार - बार use करते है।
Disadvantages of Cache Memory -
• Cache Memory बहुत कीमती होती है।
• इसका storage छमता limited में होता है।
Primary Memory / Main Memory
Primary Memory को Main Memory भी कहा जाता है। इसका storage छमता कम होता है। Main Memory को Mega byte या kilo byte में मापा जाता है। ये semiconductor से बना हुआ होता है और जो data या information का process होता यही वो इसी Main Memory के अंदर होता है। यदि Computer का switched off या बिजली चली गयी तो Primary Memory में data lost हो जाता है। उदहारण - यदि आप अपने Computer में कोई कार्य कर रहे है तो switched off या बिजली जाते ही आपका कार्य वही पर ख़त्म हो जाएगा।
Characteristics of Main Memory -
• Main Memory Mega byte या kilo byte में मापा जाता है।
• इसका storage capacity कम होता है।
• Data या information का process Main Memory के अंदर होता है।
• Primary Memory में data lost होने के chances अधिक होते है।
• Main Memory generally semiconductor device से बनाया जाता है।
• ये बहुत काम करता है secondary memory की तुलना में।
Types of Primary Memory
Primary Memory को दो भागो में divide किया गया है
• ROM (Ready Only Memory)
• RAM (Ready Access Memory)
लेकिन दोस्तों अक्सर लोग RAM और ROM में कंफ्यूज हो जाते है तो मै आपको आसान भाषा में explain करूँगा। तो चलिए दोनों भागो को विस्तार में जानते है।
ROM क्या है ? (What is ROM)
• RAM का full form Ready Only Memory होता है।
• ROM को केवल पढ़ने के लिए इस्तिमाल किया जाता है। और data इसमें हमेशा save होता है।
• यह inbuilt software होता है मतलब की इसे कंपनी द्वारा ही बनाया जाता है इसमें हम अपने हिसाब से बदलाव नहीं कर सकते है।
• ROM में जो कंपनी द्वारा programming किया जाता है वो permanent होता है उसे आप delete नहीं कर सकते।
• ROM Non - Volatile होता है मतलब की power switch off होने के बाद भी data का loss नहीं होता इसलिए इसे Firm ware भी कहा जाता है । उदाहरण - यदि आप अपने Computer कोई कार्य कर रहे है अगर अचानक से बिजली चली गयी तो वह कार्य वही पर रुक जायेगा और बिजली आने के बाद आप अपना कार्य वही से शुरू कर सकते है
• ROM का use केवल Computer या laptop में नहीं होता बल्कि इसका इस्तिमाल washing machine और अन्य electronic devices में होता है।
Types of ROM
ROM तीन प्रकार के होते है :-
•PROM (Programable Ready Only Memory) : इसे कंपनी द्वारा programmed किया जाता है यदि इसे एक बार programmed कर दिया जाये तो इसके data और instruction को delete नहीं किया जा सकता।
•EROM (Erasable Ready Only Memory) : इसमें हम programmed को delete कर सकते लेकिन ये उतना आसान नहीं है। Program को erase करने के लिए ultra - violet rays का इस्तिमाल किया जाता है और फिर Program को edit किया जाता है।
•EEROM (Electrically Erasable Ready Only Memory) : इसमें Program को erase करने के लिए electromagnetic का प्रयोग होता है जो की काफी आसान है। इसमें ultra - violet rays की जरुरत नहीं होती।
RAM क्या है (What is RAM)
• RAM का full form Ready Access Memory होता है।
• RAM पर ही सारे computer के काम होते है।
• RAM का इस्तिमाल data को read और write करने में किया जाता है।
• RAM का speed काफी तेज होता है इसलिए इसका Price भी अधिक है।
• RAM एक volatile memory है जिसका मतलब switch off हो जाने के बाद stored किया गया information भी loss हो जाता है। उदाहरण - यदि आप अपने Computer कोई photo edit कर रहे है अगर अचानक से बिजली चली गयी तो वह कार्य बंद हो जायेगा और बिजली आने के बाद आपको अपना photo edit शुरू से करना पड़ेगा। जबकि ROM में ऐसा नहीं है।
Types of RAM
RAM दो प्रकार के होते है :-
• SRAM (Statics Ready Access Memory) : इस प्रकार के Memory में data अपना कार्य स्वयं करते रहता है जब तक उसमें बदलाव न किया जाये। उदाहरण - Computer में अगर एक बार Time को set कर दिया जाये तो वह अपना काम स्वयं करता है।
• DRAM (Dynamic Ready Access Memory) : इसमें हमारा सारा काम होता है और इसमें files एक location से दूसरे location में move करते रहते है।
Secondary Memory
Secondary Memory को External Memory या Non - volatile Memory भी कहते है। इसका Speed और Storage छमता कम है Main Memory की तुलना में। साथ ही साथ इसका size बड़ा भी होता है। ये user को backup देने का काम करता है और Secondary Memory के बिना Computer काम कर सकता है। ये Data को store करने में काम आता है जैसे - HDD, SDD, Pen drive इत्यादि।
Conclusion
यदि आपने इस लेख को पूरा पढ़ा है तो मै पुरे उम्मीद के साथ कह सकता हूँ की आपको Memory क्या है और कितने प्रकार के होते है इसकी पूरी जानकारी एक आसान भाषा में मिल गयी होगी। मै हमेशा से पूरी कोशिश करता हूँ की आपको एक अच्छा content दिया जाये।
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